



संसार दुखालय है,सच्चा सुख भगवान की शरण मे जाने से मिलता है-ब्रजेश त्रिपाठी
गुरसराय ।गरौठा रोड स्थित बिहारी सरकार पर चल रहे श्री विष्णु महायज्ञ में संगीतमय श्रीमद् भागवत कथा के दूसरे दिन भागवत के मंगलाचरण की कथा सुनाई गई।
राष्ट्रीय भागवत आचार्य पंडित बृजेश त्रिपाठी शास्त्री वृंदावन धाम ने भागवत
की कथा सुनाते हुए कहा विशालापुरी बद्रीनाथ में चारों सनकादि ऋषि भ्रमण कथा के लिए घूमते रहते थे।उन्होंने सत्संग की कामना की खोज करतेहुए नारद जी से भेंट हुई और उन्होंने प्रश्न किया कि हे नारद जी आप चिंतित क्यों हैं।
उन्होंने कहा यह संसार दुखालय है।इसमें सुख की कल्पना करना भी व्यर्थ है।सच्चा सुख केवल भगवान की भक्ति में है।
नारद जी ने कहा कि कहीं शांति नहीं है सभी जगह पाखंड छाया हुआ है।जितने महापुरुष पहिले छुप कर रहते थे उनकी साधना महान थी।यदि जीवन मे सुख चाहते हो तो भगवान के चरणों मे लीन हो जाओ तभी जीवन मे सुख प्राप्त होगा।
भागवत का मूल पाठ आचार्य हरेन्द्र शास्त्री कर रहे हैं।
संगीतमय कथा में ऑर्गन एवं सह गायन पर बीरेन्द्र यादव,तबला पर धर्मेंद्र कौशिक,पैड पर नीलू ने संगत की।
कथा की आरती परीक्षित पूरनलाल भगत ने की।
यज्ञाचार्य डॉक्टर रमाकांत पटेरिया के नेतृत्व में विष्णु महायज्ञ किया जा रहा है। उक्त कार्यक्रम 21 अप्रैल तक चलेगा।
इस मौके पर पूर्व पार्षद द्वारिका प्रसाद भगत, कैलाश प्रकाश गुप्ता, अरविंद निरंजन,सरजू शरण पाठक,रामप्रकाश निरंजन ,मनोज शर्मा,श्रीकांत मिश्रा, नंदू अरजरिया, हरिश्चंद्र यादव, नरेश पेंटर, अनिल यादव,पर्वत सिंह यादव,गुलाब यादव,मोनू प्रजापति, आलोक प्रताप,सुरजीत सिंह यादव आदि उपस्थित रहे।