June 24, 2025 9:39 am

शिक्षा माफियाओं व शिक्षा विभाग के अधिकारियों की मिली भगत से निजी स्कूल संचालक बच्चों के भविष्य साथ कर रहे खिलवाड़ जल्द कार्रवाई नहीं हुई तो है बडे़ हादसा की आशंका

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गुरसरांय (झांसी)। निजी स्कूल चला रहे संचालकों द्वारा बेसिक शिक्षा विभाग के अधिकारियों की मेहरबानी से स्कूली बच्चों के साथ बड़ी दुर्घटना का जहां इंतजार किया जा रहा है तो दूसरी ओर अभिभावकों की जेब से शासन की नियम प्रतिकूल कार्यशैली अपनाकर खुल्लम खुल्ला ढाका जा रहा है बताते चले की गुरसरांय स्थित श्री प्रभुदयाल पब्लिक जूनियर हाई स्कूल नियम विरूद्ध एक विवाह घर में संचालित हो रहा है जहां ना तो बच्चों को शासन की गाइडलाइन अनुसार बैठने की व्यवस्था है और ना ही खुला वातावरण से लेकर कोई मैदान है और भारी शोरगुल से लेकर स्कूल से सटे विद्युत खम्मा व विद्युत लाइन निकली होने से कभी भी कोई बड़ा हादसा होने का इंतजार कर रहा है तो दूसरी ओर मनमाफिक तरीके से शासन के दिशा निर्देशों के प्रतिकूल भारी भरकम फीस एडमिशन से लेकर विभिन्न मदों के नाम पर वसूली की जा रही है और स्कूली किताबें भी अपने चहेते दुकानदारों के यहां से खरीदने को स्कूल के छात्रों और अभिभावकों को मजबूर होना पड़ रहा है जिनकी भारी कीमत वसूल की जाती हैं उधर दूसरी ओर छात्रों को घर से स्कूल लाने के लिए इन्होंने स्कूली बेन गाड़ी के नाम से इन बेन कारों से भूसे की तरह बच्चों को भड़कर स्कूल लाया जाना और छोड़ा जाता है इन बाहनों की भी ऑन रिकॉर्ड स्कूल में फिटनेस से लेकर संख्या व रिकॉर्ड स्कूल में नहीं है तो दूसरी ओर स्कूल में तैनात स्टाफ का रिकॉर्ड उन्हें देने वाला वेतन का रिकॉर्ड बैंक से लेकर शिक्षा विभाग के रिकॉर्ड में अंकित नहीं है और प्रतिमाह स्कूल संचालक बड़े पैमाने पर शिक्षा विभाग के अधिकारियों से मिलकर घोटाला कर छात्रों के भविष्य के साथ खिलवाड़ कर रहा है तो दूसरी ओर अभिभावकों की जेब से डाका डाला जा रहा है इस प्रकार गुरसरांय नगर और ग्रामीण क्षेत्रों में दर्जनों स्कूल संचालित हो रहे हैं और इसकी जानकारी शिक्षा विभाग के आला अधिकारियों को होते हुए भी कार्रवाई न होना स्पष्ट संदेश जा रहा है कि शिक्षा के नाम पर लूट खसोट में शिक्षा माफियाओं की शिक्षा विभाग के अधिकारियों की मिली भगत है जिसकी चलते आज उत्तर प्रदेश सरकार द्वारा अरबों रुपया शिक्षा के नाम पर गरीब बच्चों को बेहतर शिक्षा मिल सके आधुनिक सुविधा सहित हर नगर,हर गांव में प्राइमरी से लेकर उच्च माध्यमिक विद्यालय बिना फीस लिए और ड्रेस से लेकर स्कूली किताबें फ्री उपलब्ध कराई जाती है लेकिन झांसी जिले की गरौठा तहसील में हाल ही निराला है यहां पर मोटी पगार लेने के बाद भी शिक्षा विभाग के अधिकारियों द्वारा शिक्षा माफियाओं के विरुद्ध कार्रवाई न करना सरकार की कृष्ण सुदामा साथ-साथ पढ़े और गरीबी किसी बच्चे की उन्नति में बाधा न बने योजना फेल हो रही है। क्षेत्र के जागरूक लोगों ने इस संबंध में जल्द बड़ी कार्रवाई की मांग की है।

 

रिपोर्ट-आशुतोष गोस्वामी