
गुरसराय (झाँसी)। शनिवार 26 जुलाई 2025 को कस्बे के प्रतिष्ठित डॉ. राम मनोहर लोहिया महिला महाविद्यालय में हरियाली तीज पर्व के उपलक्ष्य में मेंहदी प्रतियोगिता का आयोजन किया गया। कार्यक्रम में महाविद्यालय की छात्राओं ने उत्साहपूर्वक भाग लिया और अपनी कला प्रतिभा का शानदार प्रदर्शन किया। इस कार्यक्रम का शुभारंभ महाविद्यालय की प्राचार्य डॉ. पिंकी सिंह एवं मेजर पिपरैया जी द्वारा किया गया। उन्होंने अपने उद्बोधन में हरियाली तीज पर्व के सांस्कृतिक और धार्मिक महत्व पर प्रकाश डालते हुए कहा कि—
“हरियाली तीज नारी शक्ति, आस्था और विश्वास का प्रतीक पर्व है। यह दिन विशेषकर विवाहित महिलाओं के लिए अत्यंत महत्वपूर्ण होता है, जो अपने पति के दीर्घायु और सुखी जीवन के लिए व्रत रखती हैं। यह पर्व माता पार्वती और भगवान शिव के पुनर्मिलन की स्मृति में श्रद्धा और समर्पण के साथ मनाया जाता है।”
प्राचार्य डॉ. सिंह ने छात्राओं को भारतीय संस्कृति से जुड़ने और अपनी परंपराओं को सहेजने के लिए प्रेरित किया। उन्होंने कहा कि ऐसे आयोजनों के माध्यम से छात्राओं को न केवल अपनी कला प्रतिभा दिखाने का मंच मिलता है, बल्कि सांस्कृतिक चेतना भी विकसित होती है।
उन्होंने कहा कि संस्था के संस्थापक पूर्व विधायक दीप नारायण सिंह का हमेशा प्रयास रहा है कि ग्रामीण क्षेत्र में छिपी प्रतिभाओं को निकालने के लिए उचित प्लेटफार्म उपलब्ध कराया जाए। कॉलेज में इस तरह के कार्यक्रम उन प्रतिभाओं को निकालने के लिए एक सकारात्मक कदम है।

मेंहदी प्रतियोगिता का सफल संचालन डॉ. आराधना यादव और डॉ. पूनम यादव ने किया। प्रतियोगिता के निर्णायक मंडल में श्रीमती प्रीति कुमारी, शारदा सिंह तथा कु पूजा सोनी शामिल रहीं। निर्णायकों ने छात्राओं की कलात्मकता, मेंहदी के डिज़ाइन की मौलिकता, सफाई और सांस्कृतिक प्रस्तुति के आधार पर मूल्यांकन किया। प्रतियोगिता में बड़ी संख्या में छात्राओं ने भाग लिया। हाथों पर रची विविध प्रकार की मेंहदी कलाकृतियों ने सभी का ध्यान आकर्षित किया। पारंपरिक बेल-बूटों से लेकर आधुनिक कला शैली तक की झलक इन डिजाइनों में देखने को मिली। छात्राओं ने न केवल अपनी कला का परिचय दिया, बल्कि हरियाली तीज के पारंपरिक पक्ष को भी सजीव किया। विजयी प्रतिभागियों को प्रोत्साहित किया गया ।
इस प्रतियोगिता में लगभग 2 दर्जन छात्राओं ने प्रतिभाग किया प्रथम स्थान पर एमएससी की अंशिका सोनी, द्वित्तीय स्थान पर कक्षा बीए की भगवती एवं तृतीय स्थान कक्षा बीए की मनीषा एवं प्रतीक्षा ने प्राप्त किया ।
सभी ने इस सांस्कृतिक आयोजन की सराहना की और भविष्य में भी ऐसे आयोजनों को नियमित रूप से आयोजित करने की बात कही। यह प्रतियोगिता न केवल छात्राओं के लिए एक रचनात्मक मंच बनी, बल्कि भारतीय संस्कृति की समृद्ध परंपराओं को नई पीढ़ी तक पहुँचाने का सफल प्रयास भी सिद्ध हुई।
इस आयोजन में महाविद्यालय के लल्लू यादव, डॉ वीरेंद्र सिंह, आर पी निरंजन, राम राजपूत, यादवेंद्र सिंह, गुलबराय शर्मा, रामलला यादव, दीपक यादव, हरगोविंद झा एवं अरविंद नामदेव सहित आदि मौजूद रहे।




