



गुरसरांय(झांसी)। नगर के पुराने बस स्टैंड पर श्री हनुमान जी मन्दिर(व्यास जी मन्दिर) पर आयोजित नौ दिवसीय श्री श्री 108 रामचरितमानस नवाह परायण महायज्ञ में श्रृद्धालुओं की भीड़ उमड़ रही हैं। सतयुग, त्रेता व द्वापर युग में मोक्ष की प्राप्ति के लिए जप-तप करना पड़ता है, लेकिन कलियुग में सिर्फ राम का नाम जपने मात्र से ही मोक्ष की प्राप्ति सुगम हो जाती है। यह प्रवचन श्री रामकथा के पंचम दिवस की कथा सुनाते हुए कथा व्यास महंत रामशरण दास जी महाराज ने व्यक्त किए। उन्होंने आगे राम वनगमन की कथा का मार्मिक वर्णन करते हुए कहा कि सतयुग में जन्मे श्रीराम ने हमेशा अपने जीवन में मर्यादाओं का पालन किया इसी लिए वह मर्यादा पुरुषोत्तम श्रीराम कहलाए। वह अपने पिता दशरथ का आदेश पाकर 14 वर्ष के लिए वन में चले गए। उनके वन जाने के शोक में राजा दशरथ ने भी अपने प्राण त्याग दिये। व्यास जी ने केवट उद्धार की कथा का सुंदर वर्णन किया। व्यास जी ने बताया कि हानि,लाभ,जीवन,मरण,यश,अपयश विधाता के हाथ में है। पूरा राम चरित्र भी इसी पर टिका है। आगे उन्होंने भगवान शब्द की विशेषता पर प्रकाश डालते हुए बताया कि शरीर पंचतत्व से मिलकर बना है। पांच पर जिनका नियंत्रण हो गया उसे भगवान कहते हैं। भगवान के राम रूपी संपत्ति में सब कुछ निहित है। उन्होंने जीवन को यज्ञ की भांति बताते हुए कहा कि इसमें मनुष्य अपने कर्मों की पूर्णाहुति कर देता है। इसके पूर्व आचार्य अनिल त्रिपाठी चित्रकूट धाम ने कथा के मुख्य यजमान नीता पं सुरेंद्र व्यास से विधिवत पूजन अर्चंन कराया। कथा में हरमोनियम पर साकेत व्यास, रामजी मिश्रा, बेंजो पर धर्मेंद्र सिंह, तबला पर श्यामजी, अनमोल सिंह ने संगत दी। कथा की आरती पं बृजकिशोर व्यास, विनोद व्यास, लच्छीराम पूर्व चेयरमैन, उमाशंकर विदुवा, प्रसिद्ध नारायण सिंह यादव, रमेश मौर्य, कल्लू प्रधान बरमपुरा, अशोक मिश्रा, ओमनारायण मोदी, आदर्श द्विवेदी चंदन, अविनाश गोस्वामी, धर्मेंद्र खरे, लक्ष्मीनारायण घोष, चरण सिंह यादव, चंद्रप्रकाश चौरसिया, रामेश्वर अग्रवाल, द्वारिका भगतजी, नरेंद्र जैन, दादी अग्रवाल, रवि जैन ने संयुक्त रूप से की। इस अवसर पर कृपाराम पटसरिया, ओमप्रकाश पंडा, मंटू महाराज, बल्लू महाराज, विष्णु पस्तोर, संजय पस्तोर, मुकेश त्रिपाठी, गौरीशंकर कुशवाहा, विनोद महाराज, कन्नू व्यास, बद्री पस्तोर, चतुर्भुज कौशिक कौशल किशोर, दाऊ पाठक, रामजी महाराज, लव महाराज सहित नगर के अन्य पुजारियों को सम्मानित किया गया। संचालन सतेंद्र त्रिपाठी ने किया। इस अवसर पर एडवोकेट सतीश चौरसिया, नरेश तिवारी,सनद अग्रवाल, कौशलेश मिश्रा, टिंकू नायक, रजनीश त्रिपाठी, देवेंद्र घोष, नीरज नायक, रघु त्रिपाठी, सुशील नायक, सुरेंद्र अग्रवाल, राजीव नायक नगरा, कैलाश अग्रवाल, संजय पस्तोर, आलोक नायक सहित सैकड़ो की संख्या में धर्मप्रेमी मौजूद रहे।अंत में आभार व्यक्त महेंद्र व्यास, नरेंद्र व्यास, अतुल व्यास, नितुल व्यास, रामजी व्यास ने संयुक्त रूप से व्यक्त किया।