



गुरसरांय (झांसी)। ग्राम सेमरी में चल रही संगीतमय श्रीमद् भागवत कथा का गुरुवार को सुदामा चरित्र प्रसंग के साथ समापन हो गया। भागवताचार्य पंडित राम खिलावन शास्त्री ने कथा में भगवान कृष्ण और सुदामा की मित्रता का वर्णन करते हुए कहा कि आज कल मित्रता स्वार्थ की रह गई है। जब तक स्वार्थ तब तक मित्रता, स्वार्थ खत्म मित्रता खत्म। उन्हें भगवान श्री कृष्ण के जीवन से शिक्षा लेने की बात कही। उन्होंने कहा भगवान श्री कृष्ण का जीवन ही संघर्ष पूर्ण रहा उन्होंने जन्म से लेकर जीवन पर्यन्त कठिन समस्याओं का सामना किया। सबके साथ रहते हुए भी निर्लिप्त रहे और योगेश्वर कहलाए। कथा में भगवान के विभिन्न चरित्र और लीलाओं से सीख लेने और जीवन में उतारने की सलाह दी। श्रद्धालुओं ने पंडित राम खिलावन शास्त्री के प्रवचनों की सराहना करते हुए कहा कि सुदामा चरित्र हमें सच्ची मित्रता और त्याग का संदेश देता है। आयोजकों ने सभी भक्तों को धन्यवाद दिया और भविष्य में भी ऐसे धार्मिक आयोजन करने का संकल्प लिया। विदाई समारोह में प्रमुख रूप से ग्राम प्रधान कुलदीप सिंह यादव,पूर्व प्रधान व पूर्व जिला पंचायत प्रतिनिधि मुन्ना लाल सेमरी,लालू यादव नगरा,शशिकांत सहित बड़ी संख्या में कई गांव के श्रद्धालु भक्तगण मौजूद रहे। वही भंडारे में दर्जनों गांव के श्रद्धालुओं ने भंडारा व प्रसाद ग्रहण किया।