July 11, 2025 5:15 pm

गरौठा विधानसभा के गुरसरांय नगर में तालाबों से लेकर सरकारी जमीन मुख्य मार्गो पर भूमाफियाओं का कब्जा शासन और न्यायालयों के आदेशों का अनदेखा क्यों….? 

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गुरसरांय(झांसी)। उत्तर प्रदेश सरकार से लेकर उच्च न्यायालय के आदेशों का झांसी जिले की गरौठा विधानसभा क्षेत्र गुरसरांय में तालाबों से लेकर सरकारी जमीनों पर माफियाओं ने कब्जा कर रखा है और इसकी पूरी जानकारी परगना प्रशासन से लेकर जनप्रतिनिधियों को होते हुए भी अतिक्रमण योगी सरकार के प्रथम कार्यकाल से लेकर दूसरे कार्यकाल के 3 साल पूरे होने के बाद भी अतिक्रमण न हटवाकर भूमाफियाओं को खुला संरक्षण दिया जा रहा है और जिसके चलते खामियाजा आम जनता को भोगना पड़ रहा है क्योंकि नगर के धनाई तालाब और रामतला पर अतिक्रमण के चलते जहां धनाई तालाब पर उत्तर प्रदेश सरकार द्वारा 50 लाख रुपया महीनों पहले अतिक्रमण हटाने और तालाब को वास्तविक स्थिति में लाने विस्तारीकरण के लिए दिया गया है वहां 20 जून 2025 तक कोई काम शुरू नहीं हो सका और इसकी जानकारी गरौठा विधायक से लेकर राजस्व प्रशासन को पूरी है जिसके चलते बाजार का जलस्तर पूरी तरह गिर गया है।

 

तो रामतला पर महीनों से करोड़ों रुपया तालाब के विस्तारीकरण के लिए चल रहे काम में अतिक्रमणकारियों पर भारी पड़ रहे हैं और जो वास्तविक रकवा तालाब का था वह अतिक्रमणकारियों ने कब्जे में ले रखा है जिससे इस काम में गति पर ब्रेक लग रहा है तो दूसरी ओर सहकारी क्रय विक्रय समिति लिमिटेड गुरसरांय सहकारिता विभाग की तहसील स्तरीय संस्था की करोड़ों रुपए की वेश कीमती जगह पर अतिक्रमण कार्यों द्वारा उत्तर दिशा की ओर दुकान निर्माण कर जगह पर कब्जा कर लिया है तो पूर्व और पश्चिम में भी भूमाफियाओं का कब्जा बरकरार है जबकि इस ग्राउंड की बाउंड्रीवॉल निर्माण के लिए लाखों रुपए विधायक निधि द्वारा संस्था को दिए गए थे और सालों पहले जो काम हो जाना चाहिए था बार-बार राजस्व विभाग द्वारा अतिक्रमणकारियों को चिन्हित कर दिया गया है लेकिन जनप्रतिनिधि से लेकर प्रशासन और सहकारिता विभाग की उदासीनता से समाचार लिखे जाने समय तक न तो पूरी बाउंड्रीवॉल निर्माण की गई है और न ही अतिक्रमण हटाया गया है उल्टे पूरे ग्राउंड में कचरा घर और अवैध कारोबारियों का कब्जा बरकरार है जिसके चलते सरकार की संपत्ति पूरी तरह माफियाओं के हवाले है और गंदगी का आलम इस ग्राउंड में यह है कि बरसात लग चुकी है और किसी भी समय भयंकर संक्रमण की चपेट में यहां चारों तरफ आबादी के लोग आ सकते हैं इससे लग रहा है प्रशासन से लेकर शासन न्यायालय के आदेशों का गुरसरांय में कोई असर नहीं है दूसरी ओर गुरसरांय-मऊरानीपुर रोड़ पर मुक्तिधाम के पास नगर पालिका की भूमि पर बड़ी संख्या में लोगों ने कब्जा कर रखा है किसी ने रास्ता बंद कर रखा है तो आबादी के लिए आरक्षित जगह पर अवैध कब्जाधारियों ने मकान व दुकाने बना ली हैं लेकिन सुनने वाला कोई नहीं जबकि पर्याप्त मात्रा में नगर पालिका परिषद गुरसरांय के पास कई जगह ग्राम सभा की भूमि है लेकिन उत्तर प्रदेश में गुरसरांय नगर पालिका परिषद ऐसी है जहां तीन दशक से अधिक समय से कोई बस स्टैंड नहीं है तो सब्जी मंडी के लिए भी कोई जगह निश्चित नहीं की गई है इस प्रकार चारों ओर सरकारी भूमि पर कब्ज ही कब्जा नजर आ रहा है और राजस्व प्रशासन से लेकर प्रशासन और जनप्रतिनिधि जानते हुए भी अनजान बने हुए हैं इससे नगर के लोगों में बुरी तरह आक्रोश बढ़ता जा रहा है हद तो यह हो गई है नगर के प्रमुख मार्गों पर आवागमन में वाहनों को काफी व्यवधान हो रहा है और घंटो तक जाम लगे रहने की कभी-कभी नौबत आ जाती है लेकिन प्रशासन है कि आंख व कान बंद करके गुरसरांय के इन प्रमुख मार्गो से गुजर जाता है और अतिक्रमण हटाने के लिए कोई भी कार्रवाई करने से बचता है जिसके चलते आये दिन दुर्घटनाएं बढ़ रही हैं। नगरवासियों व क्षेत्र के लोगों ने जिला प्रशासन से लेकर शासन और उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री से इस संबंध में जल्द बड़ी कार्यवाही की पहल की है।

 

रिपोर्ट-आशुतोष गोस्वामी