



गुरसरांय(झांसी)। बड़े-बड़े समाज सेवा का दावा करने वाले और सस्ती लोकप्रियता के सौदागर जो किसी भी असहाय को भोजन या फल वितरित करते हैं और अपनी समाजसेवा का सोशल मीडिया से लेकर अखबारों में फोटो छपवाने वाले अगर वास्तव में नि:स्वार्थ भाव से समाजसेवा से लेकर ईश्वर का दर्शन करना चाहते हैं तो अपनी पाखंड भरी झूठी वाहवाही लूटने से बचकर वास्तव में जिसका कोई नहीं उसका खुदा है यारों को दृष्टिगत रखते हुए सच्चे भाव से सेवा करने का रास्ता तय करना होगा। गुरसरांय में एक 36 वर्षीय युवक जिसकी दोनों आंखें और कान खराब है और इस व्यक्ति के आगे-पीछे कोई परिवार या देखभाल के लिए कोई नहीं है यह युवक राकेश पुत्र मान सिंह निवासी मुहल्ला पायगा वार्ड नंबर 7 गुरसरांय जिला झांसी का है जो कई दिनों से अपने सीने पर बोर्ड पट्टिका लटकाये हुए है और डंडा के सहारे चलते-फिरते दिख जावेगा जो पट्टिका लटकाये हुए है उसमें स्पष्ट तौर पर लिखा हुआ है कि उसे आंखों का कानों का ऑपरेशन चित्रकूट में चल रहे इलाज दौरान डॉक्टरों ने ऑपरेशन के लिए खून की सख्त जरूरत बताई है लेकिन उसके पास न तो खून की व्यवस्था है न कोई देखभाल करने वाला उसने पट्टिका में खून और ऑपरेशन इलाज की व्यवस्था बनाए जाने की मांग पट्टिका पर लिखी हुई है कई दिनों से सड़कों पर घूमते नजर आ रहा है लेकिन कोई भी समाजसेवी से लेकर राजनीतिक लोग और जनप्रतिनिधियों- समाजसेवी का दम भरने वाले लोग आखिर कहां हैं इससे लग रहा है और हकीकत भी है कि यह सत्य है कि लम्बे चौड़ी तिलक लगा लो अयोध्या से काशी की दूरी पूरी कर लो तुम्हें राम नहीं मिल पाएंगे तुम्हें घनश्याम नहीं मिल पाएंगे क्योंकि राम यही पर है और घनश्याम यही पर है।पहचानने की शक्ति जहां चाहिए जहां ईश्वर वास करता है वहां किसी प्रकार की आडंबर की जरूरत नहीं है इस भाव से ही भगवान श्री राम वन में मां शबरी के आश्रम में पहुंचे थे…. इस सच्चे भाव से लोगों को आगे बढ़ना होगा।