



गुरसरांय(झांसी)। गजब 5 मई सोमवार को एमएलसी रामतीर्थ सिंघल बुंदेलखंड विकास निधि से 13 लाख 65 हजार रुपए की लागत से सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र परिसर गुरसरांय में तीमारदारों एवं मरीजों के उपयोग के लिए बनाया गया माता शबरी प्रतीक्षालय का दिन के 1:00 बजे जनता की सेवार्थ लोकार्पण करके विदा हुए और शाम को ही यह बिल्डिंग अपने में स्वयं गुणवत्ताविहीन निर्माण होने के चलते इसकी बनी दीवालों से पानी चू रहा है हालांकि इस प्रतीक्षालय के निर्माण अवधि के प्रांरभिक दौरान ही घटिया मटेरियल उपयोग को लेकर शिकायतें सामने आई थीं लेकिन कार्यदायी संस्था उत्तर प्रदेश सहकारी विधायन एवं शीतगृह संघ लिमिटेड पैक्सफेड द्वितीय झांसी और उसके ठेकेदारों पर सवालिया निशान उठ रहे थे लेकिन ठेकेदार की ऊंची पहुंच के चलते किसी की भी हिम्मत इसके निर्माण की जांच को लेकर नहीं हुई। इससे लग रहा है संबंधित ठेकेदार कहीं न कहीं सत्ता से जुड़ा हुआ है और आज 6 मई को बड़ी संख्या में मीडिया के लोगों को जब तक इसकी जानकारी हुई तो उक्त प्रतीक्षालय देखने पहुंचे तो हकीकत सामने आ गई बताया तो यह भी जा रहा है इसमें स्टीमेट के मुताबिक बनाई डिजाइन का भी अनदेखा किया गया है तो दूसरी ओर कार्य की व्यवस्था में भारी घालमेल है और 5 मई को उद्घाटन दौरान लग रहा था कि केवल ऊपरी सजावट कर इस प्रतीक्षालय का शुभारंभ कर कोरी वाहवाही लूटी गई है। कस्बा व क्षेत्र के लोगों ने इस सम्बन्ध उच्चस्तरीय टेक्निकल जांच कराकर दोषियों के विरुद्ध कार्यवाही व प्रतीक्षालय को दुरुस्त कराए जाने की मांग की है क्योंकि ऐसा न हो यह प्रतीक्षालय हादसा का हिस्सा न बन जाए। वहीं दीवारों मे अंडर बिजली कनेक्शन होने व दीवाल में नमी होने से दीवालों में करेंट दौड़ने के चलते कोई बड़ा खतरा न हो जाए।
जब इस संबंध में मीडिया के लोगों ने सहायक अभियंता सागर शुक्ला से जब दूरभाष पर संपर्क किया गया तो उन्होंने बताया कि कल 5 मई को लोकार्पण हुआ था उस समय बारिश नहीं हुई थी और बारिश होने के चलते यह पानी कहाँ से कैसे आ रहा है इसको 7 मई 2025 को देखेंगे तब मीडिया के लोगों ने उनसे कहा कि लोकार्पण करने के पहले टेक्निकल जांच नहीं की गई थी क्या तो वह गोलमटोल जबाब देकर बचते नजर आये जिसको लेकर सवाल पर सवाल प्रतीक्षालय निर्माण की गुणवत्ता पर सवाल खड़े हो गए हैं।